दिल्ली. निर्वाचन आयोग ने सोमवार को कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव अधिकारी एक मार्च से हर दिन 100 करोड़ रुपये मूल्य की जब्ती कर रहे हैं. आयोग ने बताया कि प्रवर्तन अधिकारी मतदान शुरू होने से पहले ही 4,650 करोड़ रुपये की जब्ती कर चुके हैं, जो 2019 लोकसभा चुनावों में की गई कुल जब्ती रकम से कहीं अधिक है.
ऐसे में जब आम चुनाव की प्रक्रिया जारी है, आयोग देश में लोकसभा चुनाव के 75 वर्षों के इतिहास में सबसे अधिक जब्ती करने की राह पर है. देश की 18वीं लोकसभा के चुनाव के लिए शुक्रवार को पहले चरण का मतदान होगा, जिससे पहले प्रवर्तन एजेंसियों ने धनबल पर रोक लगाने के लिए यह अभियान चला रखा है.
2019 में 3,475 करोड़ रुपये से अधिक बरामद किए गए थे. 543 लोकसभा सीटों के लिए सात चरणों में मतदान होना है. पहले चरण के लिए 102 सीटों पर 19 अप्रैल वोट डाले जाएंगे. वहीं वोटों की गिनती 4 जून को होगी.
151 करोड़ रुपये से अधिक की शराब जब्त
इस बीच एजेंसियों ने 45.59 करोड़ रुपये नकद और 151 करोड़ रुपये से अधिक की शराब भी जब्त की है. यह जब्ती व्यापक योजना, सहयोग, सक्रिय नागरिक भागीदारी और टेक्नोलॉजी के वजह से संभव हुई है. 16 मार्च को आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से कर्नाटक में जब्ती के संबंधित 1,650 एफआईआर दर्ज की गई हैं. अब तक यहां कुल 345.89 करोड़ रुपये की जब्ती हुई है. आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से फ्लाइंग स्क्वाड, स्टैटिक्स सर्विलांस टीमों और पुलिस अधिकारियों ने 46.59 करोड़ रुपये नकद, 151 करोड़ रुपये से अधिक की शराब, 9.93 करोड़ रुपये के नशीले पदार्थ, 56.86 करोड़ का सोना और 56.86 करोड़ का मुफ्त बांटे जाने वाला सामान जब्त किया है.