कोरबा,पूर्व गृह मंत्री और रामपुर विधायक ननकीराम कंवर अपने विवादित बोल से सुर्खियों मे बने रहते हैं, उन्होने फिर एक विवादित बयान दिया है। उरगा -चांपा नेशनल हाईवे फोरलेन सड़क के लिए जमीन अधिग्रहण के बाद मुआवजा नहीं देने पर कहा कि कई स्थानों पर निजी जमीन को सरकारी बता दिया है। ऐसे अधिकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। गलत करने के बाद कलेक्टर उसको छोड़ेगा और कलेक्टर आएगा तो वह भी मार खाएगा। इस बयान की प्रशासनिक हलके में जमकर चर्चा है.मुआवजा लेने के बाद भी स्ट्रक्चर नही हटाए जाने के सवाल पर मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जो बोलता है वह बेवकूफ है. मैने बोला है कि 15 दिन का टाइम दे दो, अब तो 15 दिन भी नही मांगता 5 दिन कहेंगे तो 5 दिन में खाली हो जायेगा.
एक अन्य सवाल का जवाब देते उन्होंने कहा कि ऐसे नंगे लोगों के लिए क्या करूंगा, हां ये जरूर है मैं आज बता दिया हूं उनके आदमी को, मेरे सामने दिख जायेगा कोई भी ठेकेदार का आदमी और बहस किया न तो फिर मैं बहुत लोगों को मारा हूं मैं नही छोडूंगा उनको.
दरअसल विधायक कंवर ने मुआवजा दिए बिना ही पताढ़ी में ग्रामीणों का मकान तोड़ने पर चक्काजाम कर दिया। उसके बाद एक व्यक्ति का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें यह कहा कि 2 करोड़ रुपए से अधिक मुआवजा लेने के बाद विधायक कंवर राइस मिल से सामान नहीं हटा रहे हैं। मीडिया से चर्चा करते हुए कंवर ने कहा कि मैंने तहसीलदार को कहा कि 15 दिन में खाली हो जाएगा। उन्होंने वीडियो वायरल करने वाले व्यक्ति के संबंध में कहा कि यह ठेकेदार का दलाल या गुंडा होगा। मेरे सामने आएगा, तो उसे छोडूंगा नहीं। मैं बहुत लोगों को मार चुका हूं। विधायक कंवर ने कहा कि अभी जमीन का सर्वे किया जा रहा है। इसमें पहले किए गए सर्वे में जिस जमीन को सरकारी बताया था, वह जमीन निजी निकल रही है। इससे साफ है कि पहले के अधिकारी और कर्मचारियों ने गड़बड़ी की है। उन पर भी नियम के अनुसार कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बिना मुआवजा दिए मकानों को तोड़ने नहीं देंगे। दोषियों पर कार्रवाई नहीं होगी और गलत करने के बाद कलेक्टर उसको छोड़ेगा और कलेक्टर आएगा तो मार खाएगा.
पलटवार- सत्ता जाने के बाद से भाजपाइयों की बढ़ी बौखलाहट
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने विधायक कंवर के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि मार देंगे, पीट देंगे अधिकारी कर्मचारियों के लिए इस तरह का बयान गलत है। ननकीराम कंवर वरिष्ठ नेताओं में शामिल है। भाजपा का यह आयातित चरित्र है। विपक्ष में आने के बाद भाजपा के छोटे बड़े नेताओं मैं बौखलाहट बढ़ गई है और आपा खो रहे हैं.
2112 प्रभावित किसानों में से 1596 को मिला मुआवजा
नेशनल हाईवे के लिए 2112 किसान अभी प्रभावित हो रहे हैं। इसमें से 1596 किसानों को 144 करोड़ 80 लाख रुपए से अधिक का भुगतान कर दिया गया है। अभी भी गांव में शिविर लगाकर लोगों की समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। 500 से अधिक किसानों ने मुआवजा ही नहीं लिया है.